आख़िरकार सचिन ने अपना हक़ पा ही लिया, जिस रिकॉर्ड को सचिन के ही नाम होना चाहिए था उसे सचिन ने पा ही लिया।
परन्तु जिस समय सचिन के १९५ रन बन चुके थे तब सभी की साँसे तेज हो गयी थी, पर धोनी सचिन को मोका ही नहीं दे रहे थे लगातार चार ओवर तक सचिन सामने की क्रीज़ पर ही थे और धोनी अपनी कप्तानी पारी खेलने में लगे थे। उस समय लाखो क्रिकेट प्रेमियों ने धोनी को जरूर कोसा होगा।
आखिरकार लास्ट ओवर की तीसरी बोल सचिन को मिल ही गयी, और आख़िरकार क्रिकेट के भगवान सचिन के रेकॉर्डों में जिस रिकॉर्ड की कमी थी वो उन्हें मिल ही गया। अब सभी क्रिकेट प्रेमियों को सचिन के शतको की फिफ्टी का इंतज़ार हैं।
कप्तान धोनी ने भी शानदार पारी खेल कर इस मैच को यादगार मैच बना दिया। लेकिन उन चार ओवर में धोनी को पूरी दुनिया के क्रिकेट प्रेमियों ने कोसा होगा।
सचिन को इस यादगार पारी दिखने के लिए धन्यवाद हैं। और आशा हैं की वे सभी भारतियों की आशों पर खरा उतरेंगे और कम से कम पचहतर संचुरी बनाएगे।
Wednesday, February 24, 2010
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